जानिए आखिर महिलाओं को क्यों नहीं स्पर्श करना चाहिए शिवलिंग ?

Must Read
Bhartiya Samachar
Bhartiya Samachar
भारतीय समाचार | भारत की ताजा खबर| लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट, हिंदी समाचार

सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चन करने और उनके लिए व्रत रखने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण जरूर होती हैं। लेकिन शिव पूजा में आश्चर्यपूर्ण बात यह है कि विवाहित हों या अविवाहित, महिलाओं के लिए शिवलिंग का स्पर्श पूरी तरह वर्जित है।

हम सभी जानते हैं कि सावन का महीना शुरू हो गया है और इस महीने में शिवलिंग की पूजा का विशेष ही महत्व है। धर्म शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि इस महीने में भगवान शंकर की पूजा करने और उनके लिए व्रत रखने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं हर हाल में पूर्ण होती हैं। लेकिन शिव पूजा में चौंकाने वाली विशेष बात यह है कि विवाहित हों या अविवाहित, महिलाओं के लिए शिवलिंग का स्पर्श पूरी तरह वर्जित है।

आचार्य पं. वीरेंद्र मणि शास्त्री “सोहास” के मुताबिक शिवलिंग की पूजा से जुड़ी एक मान्यता यह भी है कि विवाहित महिलाओं को या कुंवारी कन्याओं को शिवलिंग को किसी भी स्थिति- परिस्थिति में स्पर्श नहीं करना चाहिए। महिलाओं को शिवलिंग के करीब जाने की आज्ञा भी नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि भगवान शिव बेहद गंभीर तपस्या में लीन रहते हैं। देवों के देव महादेव की ध्यान भंग न हो जाए इसलिए महिलाओं को शिवलिंग की पूजा न करने के लिए कहा गया है। जब शिव की ध्यान भंग होती है तो वे क्रोधित हो जाते हैं।

इसके अलावा महिलाओं का शिवलिंग को स्पर्श कर पूजा करना भी मां पार्वती को भी पसंद नहीं है। मां पार्वती इससे नाराज होती हैं,और पूजा करने वाली महिलाओं पर इस तरह की गई पूजा का विपरीत असर भी हो सकता है। ऐसी मान्यता है कि लिंगम एक साथ योनि + लिंग (योनि) जो देवी शक्ति का प्रतीक है एवं महिला की रचनात्मक ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है।

( शिवरतन कुमार गुप्ता की रिपोर्ट )

Bhartiya Samachar

भारतीय समाचार | भारत की ताजा खबर| लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट, हिंदी समाचार

- Advertisement -
- Advertisement -
- Advertisement -
Latest News
- Advertisement -

More Articles Like This

- Advertisement -
- Advertisement -